प्रकाशक : लहर प्रकाशन , ७७८ , मुट्ठीगंज , इलाहाबाद .
मूल्य : १०० रुपया , संस्करण : २०१०, प्रथम .
इस पुस्तक में किशोरों के लिए १४ कहानियां है -
मन का डर , क्या मेरे पापा भी ? , नेहा की दीदी ,
सुबह के भूले , शरारत ,निरंजन , नक़ल,
आजादी का सुख , मेहनत सफल हुई ,
चूरे वाला , प्रयास , नया टेलीफोन ,
यस सर नो सर , सबसे गंदे डाक्टर अंकल
कहानियों को किशोरों के जीवन के
अन्तरंग क्षणों से निकाला गया है .
भूमिका में एक नई बात है .
लोग प्राय: दो शब्द के नाम पर कितना लिख देते है .
इसमें भूमिका का शीर्षक है -सौ शब्द . ..
. और यहाँ लिखे भी सौ शब्द ह़ी गए हैं.
1 टिप्पणी:
sir apki kabita pasand aai . or apni sister ki yade bhi taja ho gai . Sheelu Sharma Bareilly
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